आखिरकार अपराधियों पर अंकुश क्यो नही है

चांपा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते अपराध व असामाजिक तत्वों पर क्या जिले के एसपी लेंगे संज्ञान?
जांजगीर-चांपा
जिले के चांपा थाना क्षेत्र के नगर और ग्रामीण इलाकों में नशाखोरी, सट्टेबाजी और असामाजिक गतिविधियों का दायरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। दिन-ब-दिन बिगड़ती कानून व्यवस्था ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। गांवों और मोहल्लों में नशे के आदी युवक रातभर हुड़दंग मचाते हैं, जिससे भय का माहौल निर्मित हो रहा हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस गश्त केवल औपचारिकता बनकर रह गई है। कार्रवाई न के बराबर होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। आपको बता दें कि थाना स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे जिससे नशे और बदमाशों पर रोक नहीं लग रही है। ग्रामीणों ने दबी जुबान से नाम नही बताने की शर्त में बताया कि क्षेत्र के कुछ स्थानों पर अवैध कारोबार जैसे नशीली टेबलेट, अवैध शराब, जुआ बड़ी जोरशोर से चल रहा है, लेकिन कार्रवाई नही होती, ऐसा नहीं है कि पुलिस को इसकी जानकारी नही है। ऐसे मामलो पर कार्रवाई नही होने से क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है।
ऐसे में अब लोगों की निगाहें जिले के पुलिस अधीक्षक पर टिकी हैं। जनता को उम्मीद है कि एसपी साहब स्वयं इस मामले का संज्ञान लेकर चांपा थाना क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों में सख्त कार्रवाई के निर्देश देंगे। क्षेत्रवासी चाहते हैं कि पुलिस प्रशासन नशाखोरी और असामाजिक तत्वों पर विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करे, ताकि अपराध पर नियंत्रण हो सके और लोगों में फिर से कानून व्यवस्था पर भरोसा लौटे।अब देखना यह होगा कि जिले के एसपी कब और कैसे इस गंभीर मुद्दे पर कदम उठाते हैं।

अपराधियों में कानून का भय और जनता में सुरक्षा का अहसास अब होगा,,
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ एक सम्मेलन में कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस की ऐसी छवि होनी चाहिए कि अपराधी कानून से डरें और आम नागरिक सुरक्षित महसूस करें, और अपराध नियंत्रण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लेकिन यहाँ ऐसा नही हो रहा है। अब देखना यह होगा ऐसे मामले मे क्या कार्रवाई होती है।
 
				




