AIIMS दिल्ली में शुरू हुआ नया कैंसर रिसर्च और रोबोटिक सर्जरी सेंटर — अब हर मरीज को मिलेगी उन्नत इलाज की सुविधा

कैंसर उपचार के क्षेत्र में भारत ने एक और बड़ा कदम उठाया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली के डॉ. भीमराव अंबेडकर इंस्टीट्यूट रोटरी कैंसर हॉस्पिटल (BRAIRCH) में अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी और कैंसर रिसर्च सेंटर की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य जटिल कैंसर मामलों में सटीक, सुरक्षित और प्रभावी इलाज उपलब्ध कराना है।
100 से अधिक सफल सर्जरी — नई तकनीक से बढ़ी उम्मीदें
AIIMS के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग ने रोबोटिक तकनीक के जरिए अब तक 100 से अधिक जटिल कैंसर सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं। इनमें पैंक्रियास, ग्रीवा, गुदा, और यकृत कैंसर जैसे मामलों को शामिल किया गया। यह सर्जरी da Vinci surgical system जैसी उन्नत रोबोटिक मशीन से की जा रही हैं, जो डॉक्टरों को अधिक सटीक नियंत्रण और बेहतर दृश्यता प्रदान करती है।
मुफ़्त इलाज — सामाजिक समानता की दिशा में बड़ा कदम
AIIMS प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह सेवा मुफ़्त उपलब्ध कराई जाएगी ताकि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को भी अत्याधुनिक उपचार मिल सके। सार्वजनिक अस्पताल में इस तरह की तकनीक शुरू करना एक मिसाल मानी जा रही है, जो चिकित्सा क्षेत्र में सामाजिक समानता को बढ़ावा देती है।विशेषज्ञों की राय संस्थान के वरिष्ठ डॉक्टरों के अनुसार, रोबोटिक सर्जरी से मरीजों में कम रक्तस्राव,कम दर्द,तेज़ रिकवरी,और अस्पताल में कम समय रुकने जैसे लाभ मिलते हैं।इसके अलावा, सर्जरी के दौरान मानवीय त्रुटियों की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
चुनौतियाँ और आगे की दिशा
AIIMS के विशेषज्ञों का कहना है कि अब ज़रूरत है इस तकनीक को देश के अन्य सरकारी चिकित्सा केंद्रों तक पहुँचाने की। हालांकि, मशीन की ऊँची लागत, प्रशिक्षित सर्जनों की कमी और रखरखाव जैसे पहलू अभी भी बड़ी चुनौतियाँ हैं।साथ ही, आने वाले महीनों में इस परियोजना से जुड़े क्लिनिकल परिणामों को शोध के रूप में प्रकाशित करने की योजना भी बनाई गई है।
AIIMS दिल्ली की यह पहल न केवल चिकित्सा क्षेत्र में तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि भारत के स्वास्थ्य तंत्र में “समान अवसर” की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।अगर यह मॉडल सफल होता है, तो देशभर में कैंसर उपचार और रिसर्च की तस्वीर बदल सकती है।
