
अंबिकापुर
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर रविवार की संध्या को अंबिकापुर स्थित श्रीराम घाट का दृश्य अद्भुत और अलौकिक हो उठा। अस्ताचलगामी भुवन भास्कर (सूर्य देव) को अर्घ्य अर्पित करने हजारों श्रद्धालु और व्रती घाट पर एकत्र हुए। ढलते सूर्य की सुनहरी किरणें जब जलधारा पर पड़ीं, तो उसमें तैरते दीपों की झिलमिल रोशनी ने वातावरण को दिव्यता से भर दिया।

महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित होकर फल, प्रसाद, सुपली और पूजन सामग्री के साथ सूर्य देव की आराधना की। घाटों पर “छठी मइया” के जयघोष, लोकगीत और भक्ति रस में डूबे स्वर गूंजते रहे। श्रद्धा, संयम और तप की इस पूजा ने पूरे परिसर को भक्ति भाव से सराबोर कर दिया।आयोजन समिति एवं नगर प्रशासन की ओर से सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे। पुलिस बल और स्वयंसेवकों ने घाट पर भीड़ को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चार दिवसीय यह महापर्व सोमवार की प्रातःकालीन आराधना के साथ संपन्न होगा। व्रती उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर अपने परिवार और समाज की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। इसके साथ ही 36 घंटे का कठोर निर्जला व्रत पूर्ण होगा।छठ पूजा के इस पावन अवसर पर पूरा अंबिकापुर शहर भक्ति और आस्था के रंग में रंगा नजर आ रहा है। हर गली-मोहल्ले में दीपों की जगमगाहट और छठी मइया के गीतों की मधुर गूंज माहौल को आध्यात्मिक बना रही है।




