नक्सल संगठन ने आत्मसमर्पण करने वाले सोनू व रूपेश को बताया ‘गद्दार’

माओवादी केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय ने तेलुगु में जारी पत्र में कहा कि आत्मसमर्पण से संगठन पर ग्रहण नहीं लगेगा; गद्दारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी। संगठन ने हालिया आत्मसमर्पण की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू (उर्फ वेणुगोपाल) और केंद्रीय समिति सदस्य रूपेश को “गद्दार” करार दिया है। संगठन के केंद्रीय समिति प्रवक्ता अभय ने तेलुगु भाषा में जारी पत्र में आरोप लगाया कि दोनों ने संगठन की आंतरिक नीतियों की आलोचना करते हुए अन्य माओवादियों को भी गुमराह किया और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए उकसाया। खबर की पुष्टि के संबंध में हमारा चैनल वायरल पत्र की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता।

घटना
पिछले कुछ दिनों में पोलित ब्यूरो के सदस्य सोनू (जिसे वेणुगोपाल भी कहा जा रहा है) और केंद्रीय समिति के सदस्य रूपेश ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया। इस आत्मसमर्पण की जानकारी मिलते ही माओवादी संगठन की केंद्रीय समिति ने प्रतिक्रिया जारी की और दोनों पर गद्दारी व संगठन विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया।


संगठन की प्रतिक्रिया
केंद्रीय समिति के प्रवक्ता अभय ने तेलुगु में जारी पत्र में कहा कि सोनू संगठन में रहते हुए लगातार संगठन की आलोचना कर रहे थे।आरोप है कि सोनू और रूपेश ने अन्य सदस्यों को गुमराह करके आत्मसमर्पण की ओर प्रेरित किया।माओवादी केंद्रीय समिति ने आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों का बहिष्कार करने की घोषणा की है।पत्र में कहा गया है कि कुछ लोगों के आत्मसमर्पण से संगठन हारा नहीं माना जाएगा, परन्तु संगठन पर यह घटना गंभीर संकट का संकेत है।अंत में, अभय ने कहा कि गद्दारों को संगठन के नियमों के हिसाब से सजा दी जाएगी — (पत्र में सजा का स्वरूप स्पष्ट नहीं किया गया)।
किसी भी बड़े माओवादी संगठन में पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति के सदस्य स्तर के नेता का आत्मसमर्पण संगठन के भीतर तनाव व संभावित फूट का संकेत माना जाता है।




