“पुलिस की अनोखी पहल: महिला कमांडो दल बना ग्रामीण सुरक्षा की मिसाल”

जांजगीर-चांपा/मुलमुला, 30 अक्टूबर 2025
जिले से एक सराहनीय पहल की खबर सामने आई है, जहाँ पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय (IPS) के निर्देशन में थाना मुलमुला पुलिस ने समाज में जागरूकता और सुरक्षा को लेकर एक अनूठी शुरुआत की है।
थाना क्षेत्र के ग्राम पकरिया में पुलिस ने “नशा मुक्ति अभियान” के साथ-साथ महिला कमांडो दल का गठन किया है। यह पहल ग्रामीण सुरक्षा को जनभागीदारी के माध्यम से मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
महिला कमांडो — गांव की नई सुरक्षा प्रहरी
इन महिला कमांडो को गांव में “सुरक्षा प्रहरी” की भूमिका सौंपी गई है।
इनकी प्रमुख जिम्मेदारियाँ होंगी —
गांव में किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना पुलिस को देना।
अवैध शराब, नशीले पदार्थ और जुआ-सट्टा जैसे सामाजिक अपराधों की जानकारी देना।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी समस्या पर त्वरित प्रतिक्रिया देना।
इन महिला कमांडो का उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच भरोसे का पुल बनाना है ताकि कानून व्यवस्था और सामाजिक अनुशासन दोनों मजबूत हो सकें।

नशा मुक्ति और सड़क सुरक्षा पर विशेष चर्चा
इस अवसर पर पुलिस ने ग्रामीणों के बीच नशे के दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
साथ ही सड़क सुरक्षा को लेकर भी लोगों को सावधानी बरतने और नियमों का पालन करने की अपील की गई।
थाना मुलमुला पुलिस ने इसके अलावा सबरिया डेरा और कुटीघाट डेरा में भी बैठकें आयोजित कीं, जहाँ ग्रामीणों को अवैध शराब निर्माण व बिक्री पूरी तरह बंद करने की सख्त चेतावनी दी गई।

समाज और पुलिस के साझा प्रयास की दिशा में कदम
यह अभियान केवल एक पुलिस पहल नहीं, बल्कि ग्रामीण समाज में जागरूकता, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की नई सोच को जन्म देने वाला कदम है।
पुलिस का मानना है कि —
“पुलिस और समाज के मिलकर प्रयास से ही नशामुक्त, सुरक्षित और सशक्त गांव का निर्माण संभव है।”



