रजत राज्योत्सव 2025 : नई सोच, नया छत्तीसगढ़ — इस बार के राज्योत्सव में दिखेगी 25 वर्षों की विकास गाथा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को करेंगे शुभारंभ, तैयारियाँ जोरों पर
रायपुर, 28 अक्टूबर 2025
छत्तीसगढ़ अपने स्थापना दिवस का यह 25वां वर्ष ‘रजत राज्योत्सव’ के रूप में मना रहा है। इस बार का राज्योत्सव न सिर्फ भव्यता के लिए बल्कि “नए छत्तीसगढ़ की दृष्टि” को साकार करने के लिए भी विशेष है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को नवा रायपुर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में आयोजित समारोह में शामिल होंगे और रजत राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे।

इस बार राज्योत्सव में क्या नया है
नई विधानसभा भवन का लोकार्पण – प्रधानमंत्री मोदी राज्य की नई विधानसभा भवन का उद्घाटन करेंगे, जो छत्तीसगढ़ की परंपरा और आधुनिक स्थापत्य का संगम है।
शहीद वीर नारायण सिंह जनजातीय संग्रहालय – राज्य की जनजातीय संस्कृति, इतिहास और गौरव को समर्पित संग्रहालय पहली बार आम जनता के लिए खुलेगा।
‘शांति शिखर’ भवन का उद्घाटन – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था के इस केंद्र से छत्तीसगढ़ में विश्व शांति और ध्यान संस्कृति को नया आयाम मिलेगा।
डिजिटल राज्योत्सव स्टॉल्स – सभी विभागों के स्टॉल इस बार डिजिटल थीम पर आधारित होंगे, जहाँ AI और AR तकनीक से राज्य के विकास कार्यों का प्रदर्शन होगा।
ग्रीन एनर्जी फेस्टिवल ज़ोन – पहली बार राज्योत्सव में सौर ऊर्जा और हरित विकास पर विशेष प्रदर्शनी तैयार की जा रही है।
तैयारियाँ चरम पर
रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि 24 एकड़ में फैले मेले क्षेत्र में मुख्य मंच के साथ 7 बड़े डोम तैयार किए जा रहे हैं।
इन डोमों में 80 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। 80 सेक्टर बनाए गए हैं ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्थाएँ सुदृढ़ रहें।
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर पुलिस बल को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, अपर कलेक्टर नम्रता जैन, और जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन समेत प्रशासनिक टीम युद्धस्तर पर तैयारियाँ पूर्ण कर रही है।
क्यों महत्वपूर्ण है यह राज्योत्सव
यह राज्योत्सव राज्य के 25 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है। पिछले ढाई दशकों में छत्तीसगढ़ ने कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल प्रगति के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
राज्य सरकार इस अवसर को “गौरव से भविष्य की ओर” के थीम पर मना रही है — जिसमें अतीत की उपलब्धियाँ और भविष्य की योजनाएँ एक साथ प्रदर्शित होंगी।
जनभागीदारी और सांस्कृतिक विविधता
राज्योत्सव में प्रदेशभर के कलाकार, हस्तशिल्पी और सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुति देंगे। लोकनृत्य, पारंपरिक संगीत, फूड कोर्ट, महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पाद आकर्षण का केंद्र होंगे।
राजधानी के स्कूल-कॉलेजों को 1 नवंबर को अवकाश घोषित किया गया है ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस भव्य आयोजन में भाग ले सकें।
“रजत राज्योत्सव 2025 केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की 25 वर्षों की यात्रा, संघर्ष और उपलब्धियों का उत्सव है — जहाँ परंपरा और प्रगति का संगम एक ही मंच पर दिखेगा।”




