अंबिकापुर की जर्जर सड़कों पर बवाल — समाजसेवी गिरफ्तार, मुख्यमंत्री का जवाब

अंबिकापुर, सरगुजा
अंबिकापुर की बदहाल सड़कों को लेकर जनता का गुस्सा अब खुलकर सामने आने लगा है। शहर की सड़कों की दुर्दशा के खिलाफ स्थानीय समाजसेवियों ने आज नगर निगम और प्रशासन को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया, लेकिन यह विरोध प्रदर्शन उस समय विवादों में आ गया जब गांधी नगर पुलिस ने समाजसेवी को हिरासत में ले लिया।
सूत्रों के मुताबिक, समाजसेवी सड़क की खराब स्थिति और बढ़ते हादसों को लेकर नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि “शहर की सड़कों पर गड्ढे नहीं, गड्ढों में सड़क है — जनता रोज़ परेशान है, फिर भी कोई जिम्मेदारी तय नहीं की जा रही।”
ज्ञापन देने के दौरान पुलिस ने व्यवस्था भंग होने की आशंका में उन्हें हिरासत में ले लिया, जिसके बाद समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अंबिकापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा —
“अंबिकापुर की खराब सड़कों के लिए पिछली कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। पिछले 5 सालों में सड़कों के रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। हमारी सरकार को अभी 21–22 महीने ही हुए हैं, और इस दौरान हमने पूरे प्रदेश में सड़कों की स्थिति सुधारने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। जल्द ही अंबिकापुर की सड़कें भी बेहतर स्थिति में होंगी, बस थोड़ा धैर्य रखें।”
मुख्यमंत्री के इस बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कांग्रेस प्रवक्ताओं का कहना है कि “वर्तमान सरकार सिर्फ जिम्मेदारी टालने में व्यस्त है, जबकि सड़कों की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।”
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बरसात के मौसम में सड़कें दलदल जैसी हो जाती हैं, जिससे आमजन, स्कूली बच्चे और वाहन चालक रोज़ हादसे का शिकार हो रहे हैं।
लोगों की मांग है कि सरकार तत्काल सड़क सुधार के लिए बजट और कार्ययोजना घोषित करे, ताकि आने वाले समय में आम जनता को राहत मिल सके।
 
				



