जांजगीर-चांपा में खनिज विभाग की तगड़ी कार्यवाही — रेत माफिया पर चला प्रशासन का बुलडोज़र

जांजगीर-चांपा जिले में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रेत माफियाओं की कमर तोड़ दी है। कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देश पर खनिज उड़नदस्ता दल ने जिले के कई इलाकों में औचक जांच अभियान चलाया और 16 वाहनों को जब्त किया है। इनमें 12 ट्रैक्टर, 3 ट्रॉली और एक जेसीबी मशीन शामिल हैं।
अवैध रेत उत्खनन पर प्रशासन का शिकंजा
जानकारी के अनुसार, बम्हनीडीह, खपरीडीह, केराकछार-पंतोरा और शिवरीनारायण क्षेत्र में अवैध रेत खनन की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसी के बाद प्रशासन ने पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीम गठित कर कार्रवाई का निर्णय लिया। टीम ने देर रात छापामार अभियान चलाया, जिसके दौरान कई ट्रैक्टर बिना परमिट रेत ढोते हुए पकड़े गए।
खनिज अधिकारी ने दी चेतावनी
खनिज अधिकारी अनिल कुमार साहू ने बताया कि —“अवैध रेत उत्खनन में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जिला प्रशासन के निर्देश पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पकड़े गए सभी वाहनों पर खान एवं खनिज अधिनियम 1957 की धारा 21 से 23(ख) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर के सख्त निर्देश
कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिन वाहनों का उपयोग अवैध खनन या परिवहन में किया गया है, उनके लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन अब इस अवैध कारोबार पर किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगा।


अवैध रेत कारोबार पर जीरो टॉलरेंस नीति
प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध खनन, परिवहन या भंडारण करने वालों के खिलाफ अब कोई रियायत नहीं दी जाएगी। हर थाने के स्तर पर निगरानी दल बनाए गए हैं ताकि नदी तटों पर अवैध गतिविधियों को तुरंत रोका जा सके।
जनहित और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में कदम
रेत माफिया के खिलाफ यह कार्रवाई न सिर्फ अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में अहम है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से भी एक बड़ा कदम मानी जा रही है। लगातार रेत खनन से नदी के तटीय इलाकों में कटाव और जलस्तर में गिरावट जैसी समस्याएँ बढ़ रही थीं।जांजगीर-चांपा प्रशासन की इस पहल को स्थानीय लोगों ने भी सराहा है और उम्मीद जताई है कि आगे भी ऐसी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
संदेश स्पष्ट है — “जिले में अब न तो अवैध रेत उत्खनन बर्दाश्त होगा, न रेत माफियाओं का दबदबा चलेगा।”




