आदिवासी लड़कियों की उड़ान: NMDC बचेली के सहयोग से 30 बालिकाओं करेंगी निशुल्क नर्सिंग की पढ़ाई

बचेली परियोजना के प्रमुख श्रीधर कोडारी ने सभी को उत्साह से आशीर्वाद दिया, उन्हें यह एहसास कराया कि यह अवसर केवल शिक्षा का नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और भविष्य की नई शुरुआत का है। सभा में उनके प्रेरणादायक शब्दों ने सभी बच्चों और उपस्थित जनों के मन में उम्मीद की एक नई रोशनी जगा दी।
यह पहल एनएमडीसी द्वारा युवा आदिवासी लड़कियों को सम्पूर्ण निःशुल्क नर्सिंग शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में एक ठोस कदम है।
“बालिका शिक्षा योजना” के तहत बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, बीजापुर एवं नारायणपुर के आदिवासी बालिकाएं बीएससी नर्सिंग और जीएनएम कोर्सेज में प्रवेश पा सकती हैं — इसमें ट्यूशन फीस, हॉस्टल, किताबें और अन्य शैक्षणिक खर्च शामिल हैं। ये बालिकाओं हैदराबाद के यशोदा नर्सिंग कॉलेज में अध्ययन करेगी।
बदलाव की इस यात्रा में एनएमडीसी का उद्देश्य आदिवासी बालिकाओं को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में एक सम्मानजनक करियर की ओर अग्रसर करना है। यह कदम उनके परिवारों के लिए भी गर्व और उनकी संभावनाओं के लिए अवसरों का द्वार खोलता है।
इस दौरान एनएमडीसी बचेली परियोजना के उच्च अधिकारी कर्मचारी, श्रमिक संगठन के पदाधिकारी व सदस्य तथा बालिकाओं के अभिभावक परिजन उपस्थित रहे।




